गौरैया अपने बच्चों के साथ झुण्ड में खुले यहां वहां ---खुले आसमान में दिखने लगी है .मार्च महीने से यह अपने खानदान को बढ़ाने में सक्रिय हो जात्ते हैं. नर गौरैया ..मादा को पटा कर पहले जोड़ी बनाता है .जब जोड़े बन जाते हैं तो नर घोसला बनाता है . फिर प्यार का दौर चलता है .मादा गौरैया द्वारा अंडे देने के बाद ..नर और मादा गौरैया मिल कर घोसले पर नजर रखते हैं ..एक बच्चे के दुनिया में आ जाने और बड़े होने के बाद फिर से अपनी विलुप्ति को पाटने के लिए ..बच्चे के लिए प्रयास करते हैं जून तक यह चलता है . जून जुलाई में गौरैया अपने बच्चों के साथ झुण्ड में रहती है ...लोहिया नगर ,कंकडबाग ...डॉक्टर कालोनी में गौरैया झुण्ड में दिखती है . बच्चा गौरैया का पहचान है उसके चोंच के पास पीला धार ...मुंछ की तरह होता है ...जैसे जैसे यह बड़ा होता है पीला दाग हटता जाता है . मादा गौरैया बच्चे की पहचान जल्द हो जाता हैं ..इनके लिए यह दौर संघर्ष का होता है .इस मौसम में कौआ का भी बच्चा होता है और वह अपने बच्चे को खिलाने के लिए .गौरैया के बच्चे पर हमला करता है ...इसलिए साथियों ...सावधान रहें ..जहाँ भी बच्चा गौरैया दिखे उसके संरक्षण के लिए पहल करें .
ओ..री रूठी *गौरैया* .... आ अब, घर आंगन में लौट आ. गौरैया संरक्षण के लिए आप भी करें पहल ...घर आँगन, बालकोनी, छत, खुले में रोज रखें दाना पानी ...आवास के लिए लगाये बॉक्स
Sunday, July 1, 2018
"गौरैया" अपने बच्चों के साथ झुण्ड में .. यहां -वहां ---खुले आसमान में दिखने लगी है
गौरैया अपने बच्चों के साथ झुण्ड में खुले यहां वहां ---खुले आसमान में दिखने लगी है .मार्च महीने से यह अपने खानदान को बढ़ाने में सक्रिय हो जात्ते हैं. नर गौरैया ..मादा को पटा कर पहले जोड़ी बनाता है .जब जोड़े बन जाते हैं तो नर घोसला बनाता है . फिर प्यार का दौर चलता है .मादा गौरैया द्वारा अंडे देने के बाद ..नर और मादा गौरैया मिल कर घोसले पर नजर रखते हैं ..एक बच्चे के दुनिया में आ जाने और बड़े होने के बाद फिर से अपनी विलुप्ति को पाटने के लिए ..बच्चे के लिए प्रयास करते हैं जून तक यह चलता है . जून जुलाई में गौरैया अपने बच्चों के साथ झुण्ड में रहती है ...लोहिया नगर ,कंकडबाग ...डॉक्टर कालोनी में गौरैया झुण्ड में दिखती है . बच्चा गौरैया का पहचान है उसके चोंच के पास पीला धार ...मुंछ की तरह होता है ...जैसे जैसे यह बड़ा होता है पीला दाग हटता जाता है . मादा गौरैया बच्चे की पहचान जल्द हो जाता हैं ..इनके लिए यह दौर संघर्ष का होता है .इस मौसम में कौआ का भी बच्चा होता है और वह अपने बच्चे को खिलाने के लिए .गौरैया के बच्चे पर हमला करता है ...इसलिए साथियों ...सावधान रहें ..जहाँ भी बच्चा गौरैया दिखे उसके संरक्षण के लिए पहल करें .
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment